प्यार की कोई हद समझना, मेरे बस की बात नहीं
दिल की बातों को न करना, मेरे बस की बात नहीं
कुछ तो बात है तुझमें तब तो दिल ये तुमपे मरता है
वरना यूँ ही जान गँवाना, मेरे बस की बात नहीं
जाने कैसा जादू किया है तूने मुझपे ओ कातिल
खंजर को सीने से हटाना, मेरे बस की बात नहीं
जब तक ये यकीं न हो कि मुझे सीने से लगाओगे
तब तक तेरे करीब जाना, मेरे बस की बात नहीं
खुदा की रहमत में अर्जियाँ नहीं चलतींदिलों के खेल में खुदगर्जियाँ नहीं चलतींचल ही पड़े हैं तो ये जान लीजिएहुजुर,इश्क़ की राह मेंमनमर्जियाँ नहीं चलतीं !
LikeLike
MD I
LikeLike