तन्हाइयों के गम आँखो से बहे जाते हैं
कुछ बात है दर्द में जो यूँ जीए जाते हैं
बहुत है तमन्ना कि एक मुस्कान चेहरे पे खिले
मगर तेरी उम्मीद में हम उदास हुए जाते हैं
सबको ऐतराज है दुनिया में मेरी फितरत पे
कि क्यूँ मैं तुमपे ये जाँनिसार करता हूँ
लोग कहते हैं कि सैकड़ों परियाँ हैं यहाँ
फिर जुदा होके क्यूँ तेरा इंतजार करता हूँ
दुनिया ये नहीं जानती कि जिनको दर्द होता है
वो जिस्म से नहीं, दिल से प्यार करते हैँ
और ऐसा दिल लाखों में किसी एक में रहता है
जिसमें दर्द होता है, वो सच्चा प्यार करते हैं
verry nice
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Ashok.kumar
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बहुँत अच्छा
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