लो मेरे वालिद तेरे कदमों में
हमने अपनी रूह गिरवी रख दी
तूने बेबस को जमाना दिया
खेलने के लिए खिलौना दिया
रोटी-मकां का सहारा दिया
तेरे अहसानों के बदले
लो मेरे वालिद तेरे कदमों में
हमने ये रूह गिरवी रख दी
ये जिंदगी तेरी गुलामी में है
भुलूंगी जो खता जवानी में है
इस दिले-नादां का खूं कर दूँगी
जहाँ बाँधोगे, खुद को बाँध लूँगी
लो मेरे वालिद, तेरी इज़्जत के लिए
हमने अपनी रूह गिरवी रख दी
मेरे आशिक तुझे जख़्म दे रही हूँ मैं
बेवफाई का रस्म निभा रही हूँ मैं
आशिक को आँसू का सामां देकर
लो मेरे वालिद, तेरे कदमों में
हमने अपनी रूह गिरवी रख दी
Lo mere walid tere kadmo me…..is very very super sayri …really I like it..
it is just similar to my own story
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