सबको इतना मैं दिल के करीब लगता हूं
इसलिए दुनिया को थोड़ा अजीब लगता हूं
आंधियां चलती हैं इश्क के जंगल में
मैं नशेमन की तरह गिरके टूट जाता हूं
हर घड़ी मुद्दत बढ़ती रही जुदाई की
धड़कनों को खामोश रहके मैं गिनता हूं
अभी सिला न मिला है मुझे पत्थर से
मैं आईना बनके उसका इंतजार करता हूं
(नशेमन- घोंसला)