आए न कोई कयामत कहीं से
अपनी नजर तो झुका लो सही से
खुदा जाने वो किस माटी की बनी है
निकलते हैं शोले उसकी जमीं से
मेरे दिल में शायर का कमजोर दिल है
लगाते हैं वो दिल जरा बेदिली से
ऐ आशिक न गिरना तू उसके कदम पे
वो ठोकर लगाते हैं हंसके, खुशी से
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari
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