दिले-नादां और कितनी दूर जाएगा
किस शहर में तेरा दर्द मिल जाएगा
जिन चिरागों से रोशनी खफा है अभी
उस बुझे दिल को चांद न मिल पाएगा
अब ये फुरकत के सदमे न सह पाएंगे
तेरे बिन जिंदगी खाक में मिल जाएगा
हर हकीकत से जुदा हूं मैं दुनिया में
बेखुदी तुमसे खयालों में ही मिल पाएगा
फुरकत – जुदाई
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari
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