दुनिया को हम इस कदर दिल से ठुकराते हैं
इस खून की बस्ती में बस आंसू बहाते हैं
जिनके बगैर हमको आता नहीं चैन कभी
उनकी ही तरफ हम तो नजरें न उठाते हैं
जीने को आए हैं पर आखिर क्यूं आए हैं
ऐसे ही सवालों को हम सोचते रह जाते हैं
दम मेरा है घुटता इस भीड़ में अब रहके
बस चांद संग तन्हाई में हम सांस ले पाते हैं
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari
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