आज की ही बात नहीं हम कल भी रोये थे
भूल गए हैं कि किस रात चैन से सोये थे
एक अजनबी चिड़िया उड़ गई दिल का तिनका लेकर
उसकी उदासी में हम एक पल के लिए खोये थे
किस घड़ी मिट जाएंगे ये खबर नहीं है मुझे
वो जब-जब याद आयी, हम मिटते नजर आए थे
आंसुओं के नाम कर दी हमने अपना ये सफर
उनके गम में जब रोये तब दिल से रोये थे
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