दबी जुबां से हमने ये कहा ऐ तन्हा-तन्हा
कब तलक प्यार करेगा तू तन्हा-तन्हा
वो दिलबर तो बेखबर है तेरे दर्द से दोस्त
क्यूं तुम उसके लिए रोते हो तन्हा-तन्हा
तू उनकी गली में जाता है क्या सोचकर
फिर लौट आता है अपने घर तन्हा-तन्हा
ये तेरा दिल तो तेरा ही दुश्मन निकला
कर दिया तुझको आशिक और तन्हा-तन्हा