हमको दर्द से इस कदर इश्क हुआ
तुमने दर्द ही दिया, हमने दर्द ही लिया
बेवफा नाम तुझपर मुझे जंचता नहीं
तेरा नाम भी दिल ने दर्द रख दिया
इक नजर देखकर तूने मुझमें सनम
रोते रहें उम्रभर, इतना दर्द भर दिया
ये मुकद्दर दर्द का तमाशा ही तो है
कुछ मांगा नहीं मगर दर्द दे दिया