मैं निशा हूं। मैं मुस्लिम हूं और मुझे एक हिंदू लड़के प्रेम से प्यार है। वो यूपी के रहनेवाले हैं और में बिहार की रहनेवाली हूं। प्रेम दिल्ली में जॉब करते हैं। छह महीने पहले हमारी लव स्टोरी शुरू हुई। मैं उनसे बहुत बहुत ज्यादा प्यार लव करती हूं। उनके लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं। अपने घर, अपनी फैमिली और अपना दीन धर्म सब छोड़ सकती हूं। मैं सारी दुनिया छोड़ सकती हूं।
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मैं तो हमेशा उससे यही कहती हूं कि साथ छोड़ू न मैं तेरा, चाहे दुनिया खफा हो जाए, प्रेम यही है मेरा आखिरी फैसला। और ये सच है। मुझे उनसे बात किए बिना रातों को नींद नहीं आती, दिन को चैन नहीं आता। कुछ भी अच्छा नहीं लगता जब तक उनसे बात न हो जाए।
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हम दोनों वीडियो कॉलिंग पर बात करते हैं। मैं उनसे शादी करना चाहती हूं। वो भी शादी के लिए तैयार हैं लेकिन कहते हैं कि दो साल रुक जाओ, मैं अपने परिवार को मनाने की कोशिश करता हूं। मैं अभी 21 साल की हूं।
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मेरी फैमिली शायद इस शादी के लिए नहीं मानेगी। मेरी मां को बस मेरे प्यार के बारे में पता है और किसी को नहीं। मां मेरी खुशी चाहती हैं लेकिन और लोग इस शादी के लिए तैयार नहीं होंगे। लेकिन मैं प्रेम के लिए घर परिवार छोड़ सकती हूं। मगर प्रेम कहते हैं कि फैमिली की इज्जत का सवाल है तो ऐसा कुछ नहीं करना।
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प्रेम कह रहे हैं कि परिवार को मनाने के लिए उनको दो साल की मोहलत चाहिए। क्या दो साल बाद प्रेम की फैमिली वाले मान जाएंगे? अगर वे न माने तो। प्रेम ये भी कहते हैं कि वे हिंदू रीति रिवाज से शादी करेंगे, मुझे अपना धर्म परिवर्तन करना होगा।
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मैं अपना धर्म चेंज करने के लिए तैयार हूं क्योंकि मैं उसे खुद से ज्यादा प्यार करती हूं। वो मेरा पहला प्यार है, मैं प्रेम के बिना नहीं रह पाऊंगी। लेकिन डरती हूं कि दो साल बाद प्रेम के परिवार वाले न माने तो क्या होगा? प्रेम मुझे बड़े विश्वास से कहते हैं कि दो साल में वो अपनी फैमिली को मना लेंगे लेकिन उनके इस विश्वास पर मुझे शक होता है। क्या करूं, हेल्प मी।