
दीवारों से घिरा है दिलबर का आशियां
दीदार को प्यासी रही मेरी दो अंखियां
किस अंजुमन में आके बुलबुल तू कैद है
इस बाग में सैयाद की है बेरहम दुनिया
रिश्तों के बंधन ने पहरे लगा दिए हैं
घुट-घुट के काटती हो यौवन की घड़ियां
ये कैसे हालात हैं तेरे गुलशन में ऐ खुदा
भंवरे को मिलती है यहां टूटी हुई कलियां
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari
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दर्द ये क्या है इस दर्द पे ही बात करो
और कुछ भी नहीं बस आंसुओं की बात करो
न ये दुनिया, न ही रिश्ते, न ही बंधन की
इन हवाओं में उड़ते पंछियों की बात करो
राज़ तन्हाई की और बोलियां निगाहों की
मुझसे कुदरत की ख़ामोशियों की बात करो
मुझे समझा न सकोगे कभी दोस्त मेरे
सोचने की नहीं, अहसासों की बात करो
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari
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किया है इश्क मगर मैं बिछड़ गया तन्हा
उसे मैं देखकर हर बार गुजर गया तन्हा
याद आता है मुझे उसके जूड़े का बंधन
जो मेरे सीने को बांधे चला गया तन्हा
वो कैसा दर्द भरा था उसकी आंखों में
जो मेरी आंखों में आके बह गया तन्हा
कहीं पे खोयी सी रहती थी वो उदासी में
रू ब रू उसके मैं आईना बन गया तन्हा
©RajeevSingh # love shayari #share photo shayari

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